मुंबई, 12 जनवरी। देश के प्रमुख औद्योगिक घराने बजाज समूह के अंतर्गत बजाज एनर्जी और ललितपुर पावर जनरेशन कम्पनी लिमिटेड (एलपीजीसीएल) को जल संरक्षण के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए गोवा में आयोजित मिशन एनर्जी फाउंडेशन के प्रतिष्ठित वाॅटर ऑप्टिमाइजेशन अवाॅर्ड्स- 2025 के गरिमापूर्ण समारोह में सम्मानित किया गया है।
मिशन एनर्जी फाउंडेशन द्वारा आयोजित ये पुरस्कार उन संगठनों को सम्मानित करते हैं, जो असाधारण जल प्रबंधन प्रथाओं का प्रदर्शन करते हैं। बजाज समूह की ललितपुर पावर जेनेरेशन कम्पनी लिमिटेड को ‘वर्ष का सर्वश्रेष्ठ ज़ीरो लिक्विड डिस्चार्ज प्लांट’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया है, जबकि बजाज एनर्जी लिमिटेड (बीईएल) को ‘वर्ष का सर्वश्रेष्ठ जल पुन: उपयोग और पुनर्चक्रण संयंत्र’ का पुरस्कार मिला है। यह महत्वपूर्ण उपलब्धियाॅं स्थायी जल प्रबंधन प्रथाओं के प्रति कम्पनियों की उल्लेखनीय प्रतिबद्धता का प्रमाण है।
बजाज समूह के मुख्य स्थिरता अधिकारी डॉ ए वी सिंह ने ये पुरस्कार प्रसिद्ध राजनीतिज्ञ और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश प्रभु और पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (MoEF&CC) के पूर्व निदेशक आर एन जिंदल के हाथों ग्रहण किये। इस उपलब्धि पर डॉ. ए वी सिंह ने कहा कि हम इन प्रतिष्ठित पुरस्कारों को प्राप्त करके रोमांचित हैं, जो जल संरक्षण और संधारणीय प्रथाओं के प्रति हमारे प्रयासों को मान्यता देते हैं। उन्होंने कहा कि बजाज समूह में हम अपने सभी कार्यों में पर्यावरण के अनुकूल प्रथाओं को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इन पुरस्कारों ने हमें एक संधारणीय भविष्य की दिशा में अपने प्रयासों को जारी रखने के लिए प्रेरित किया है।
उल्लेखनीय है कि जल अनुकूलन पुरस्कार- 2025 के अंतर्गत विभिन्न शीर्ष संगठनों से 150 से अधिक नामांकन प्राप्त हुए, जिनमें से केवल लगभग 50 संगठनों को पुरस्कार के लिए चुना गया। इन पुरस्कारों ने जल संसाधनों के संरक्षण और संधारणीय विकास को बढ़ावा देने के लिए बजाज एनर्जी और एलपीजीसीएल के समर्पण की बखूबी दर्शाया है। उल्लेखनीय है कि बजाज एनर्जी भारतीय बजाज समूह के अंतर्गत देश की एक अग्रणी थर्मल पावर जनरेशन कम्पनी है।
यह उत्तर प्रदेश में निजी क्षेत्र का सबसे बड़ा थर्मल पावर प्लांट संचालित करती है और उत्तर प्रदेश राज्य में लाखों घरों को रोशन करने वाली अपनी अभिनव और संधारणीय प्रथाओं के लिए जानी जाती है। कम्पनी के राज्य में छह बिजली संयंत्र हैं, जिनकी संयुक्त क्षमता लगभग 2,500 मेगावाट है, जो राज्य की बिजली की आवश्यकता का 10% से अधिक है। सबसे बड़ी इकाई ललितपुर पावर जनरेशन कंपनी (LPGCL) है, जो 1,980 मेगावाट की स्थापित क्षमता वाली एक सुपर क्रिटिकल इकाई है।