Maharashtra: मुंबई, 1 अगस्त। महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी, मुंबई एवं हिन्दी साहित्य भारती, मुंबई के संयुक्त तत्वावधान में बुधवार, 31 जुलाई को कोपरखैरने, नवी मुंबई स्थित क्राइस्ट एकेडमी एन्ड जूनियर कॉलेज के सभागार में “प्रेमचंद जयंती” समारोह का सफल आयोजन किया गया। इस शैक्षणिक संस्थान के छात्र- छात्राओं द्वारा प्रस्तुत मुंशी प्रेमचंद की कहानियों और उनके प्रभावशाली नाट्य मंचन के फलस्वरूप यह समारोह सभी अतिथियों एवं दर्शकों के लिए यादगार बन गया।
इस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी के कार्याध्यक्ष डॉ. शीतला प्रसाद दुबे, विशिष्ट अतिथि के रूप में आकाशवाणी के वरिष्ठ उद्घोषक एवं महाराष्ट्र राज्य हिन्दी साहित्य अकादमी के सदस्य आनंद प्रकाश सिंह, क्राइस्ट एकेडमी के निदेशक फादर जैसन एवं हिन्दी साहित्य भारती, मुंबई के महामंत्री एडवोकेट राजीव मिश्र उपस्थित रहे। सभी अतिथियों का स्वागत मुंशी प्रेमचंद जी द्वारा रचित कालजयी साहित्य की पुस्तकें भेंट कर किया गया, जो एक उल्लेखनीय पहल रही। समारोह के आरम्भ में अतिथियों के स्वागत में छात्राओं द्वारा प्रस्तुत शास्त्रीय नृत्य की आकर्षक प्रस्तुति ने उपस्थित दर्शकों का मन मोह लिया। तत्पश्चात विद्यालय के विभिन्न छात्र-छात्राओं द्वारा मुंशी प्रेमचंद की कहानियों की प्रस्तुति हुई। इस कार्यक्रम में “बड़े घर की बेटी” और “बूढ़ी काकी” की नाट्य प्रस्तुति ने दर्शकों की आँखें नम कर दीं।
मुख्य अतिथि डॉ. शीतला प्रसाद दुबे ने अपने उद्बोधन में मुंशी प्रेमचंद की कहानियों की प्रासंगिकता पर प्रकाश डालते हुए छात्रों की भावपूर्ण प्रस्तुति के लिए उन्हें प्रोत्साहित भी किया। “प्रेमचंद का साहित्य समाज का आईना है।” यह कहते हुए विशिष्ट अतिथि आनंद प्रकाश सिंह ने उपस्थित प्रतिभागियों को प्रस्तुति के टिप्स भी बताये। फादर जैसन ने भविष्य में भी प्रति वर्ष प्रेमचंद जयंती को उत्सव के रूप में मनाने की बात कही। हिन्दी साहित्य भारती के प्रदेश महामंत्री एड. राजीव मिश्र ने मुंशी प्रेमचंद की कहानियों को जीवन दर्शन की आधारभूत संकल्पना के रूप में परिभाषित करते हुए प्रतिभागियों को उत्साहित किया। कार्यक्रम में महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी द्वारा सभी प्रतिभागियों को सहभागिता प्रमाणपत्र भी प्रदान किया गया। इस अवसर पर हिंदी साहित्य भारती की प्रदेश मंत्री एवं बाल साहित्यकार रीता कुशवाहा, वरिष्ठ साहित्यकार मंजू गुप्ता और हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. पूजा अलापुरिया के साथ हिंदी विभाग की शिक्षिका दीपाली गुंड, कांचन जयसवाल, राजकुमारी आहूजा, विद्या होवाल, नम्रता निकम, सोनी जितेंद्र मिश्र एवं छाया गुप्ता की उपस्थिति विशेष उल्लेखनीय रही। समारोह का सफल संचालन सिमरा शेख और अथर्व धुरी द्वारा किया गया। अंत में महाराष्ट्र के सांस्कृतिक कार्य विभाग के सह-निदेशक एवं महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी के सदस्य सचिव सचिन निम्बालकर ने समारोह में पधारे सभी गणमान्य अतिथियों का आभार व्यक्त किया।