मुंबई, 27 नवम्बर। 26/11 के आतंकवादी हमले ने न केवल मुंबई बल्कि पूरे देश को झकझोर दिया था। इस काले दिन की स्मृति में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में सुप्रसिद्ध समाजसेविका, लोढा फाउंडेशन की अध्यक्षा और बेस्ट सेलर किताब “परमवीर चक्र अवॉर्ड” की लेखिका डॉ. श्रीमती मंजू लोढा ने इन आतंकवादी हमलों में दिवंगत जाॅंबाज़ शहीदों और निर्दोष नागरिकों को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि इन जॉंबाज़ शहीदों और वीर जवानों का साहस आने वाली पीढ़ियों के लिए हमेशा अनुकरणीय और प्रेरणादायक रहेगा।
मुख्य कार्यक्रम लोढ़ा फाउंडेशन और मुंबई महानगरपालिका द्वारा गिरगांव चौपाटी पर निर्मित शहीद तुकाराम ओम्बले के स्मारक पर विशेष श्रद्धांजलि सभा के रूप में आयोजित किया गया। सभा में 26/11 के दुर्भाग्यपूर्ण हमलों में अपनी जान न्यौछावर कर आतंकवादी अजमल कसाब को ज़िंदा पकड़वाने वाले एएसआई शहीद तुकाराम ओम्बले की असाधारण बहादुरी और कुर्बानी को याद किया गया और उनके साथ हमलों में शहीद हुए अन्य वीर जवानों शहीद हेमंत करकरे, मेजर संदीप उन्नीकृष्णन, मुंबई के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अशोक काटे, और वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक विजय सालसकर जैसे वीरों को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की गई, जिन्होंने मुंबई महानगर की सुरक्षा के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिये।
इस अवसर पर बोलते हुए श्रीमती मंजू लोढ़ा ने कहा कि शहीद तुकाराम ओम्बले की प्रतिमा और सभी जॉंबाज़ नायकों को समर्पित फोटो फ्रेम उनके असाधारण बलिदान की गहरी याद दिलाती हैं। यह स्थान न केवल उनके अदम्य साहस को सच्ची श्रद्धांजलि है, बल्कि हमें उनके द्वारा दिखाई गई कर्त्तव्यनिष्ठा और समर्पण की प्रेरणा भी देता है। श्रीमती लोढा ने कहा कि आज का दिन हमें उन शहीदों के साहस और बलिदान को याद करने का मौका देता है, जिन्होंने हमारे सुरक्षित भविष्य के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी। इसलिए हमें उनके आदर्शों से प्रेरणा लेते हुए आतंकवाद के खिलाफ एकजुट रहना है और विश्व शांति की दिशा में निरंतर प्रयास करना है। उन्होंने कहा कि 26/11 केवल स्मरण का दिन नहीं, बल्कि मुंबई की अडिग ताकत और कभी न झुकने वाली आत्मा का प्रतीक भी है।
परमार्थ सेवा समिति द्वारा चर्चगेट रेलवे स्टेशन पर महारक्तदान शिविर
देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में हुए 26/11 के आतंकवादी हमलों के दौरान दिवंगत शहीदों को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित करने हेतु मुंबई की प्रमुख समाजसेवी संस्था “परमार्थ सेवा समिति” द्वारा 198वें महारक्तदान शिविर का सफल आयोजन किया गया। यह शिविर मंगलवार, 26 नवम्बर 2024, को मुंबई के चर्चगेट रेलवे स्टेशन परिसर में स्टेशन मैनेजर कार्यालय के सामने प्रातः 9:30 बजे से सायं 5:00 बजे तक आयोजित हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने अपनी भागीदारी दर्ज कर रक्तदान सुनिश्चित किया। लोढ़ा फाउंडेशन की अध्यक्षा एवं महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी की उपाध्यक्षा श्रीमती मंजू लोढा और श्रीमती निशा सुमन जैन ने फीता काटकर इस शिविर का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर श्रीमती मंजू लोढ़ा ने कहा कि ज़रूरतमंदों के लिए इस रक्तदान शिविर का आयोजन सभी शहीदों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है।
शिविर आयोजन के मार्गदर्शक डॉ. गोपाल बियानी और डॉ. उत्तम जैन रहे। आयोजन समिति के संयोजक संतोष सोमानी, गोविंद सराफ, राजेश माहेश्वरी और आनंद प्रकाश गुप्ता ने शिविर को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई। शिविर में वेस्टर्न रेलवे मजदूर संघ, रेड क्रॉस हॉस्पिटल और एन. एस.एस. सेल मुंबई यूनिवर्सिटी का विशेष सहयोग रहा। कार्यक्रम को जैनसन ग्रुप ऑफ इंडस्ट्री का सौजन्य प्राप्त हुआ। प्रत्येक रक्तदाता को परमार्थ सेवा समिति की ओर से प्रशस्ति पत्र और उपहार देकर सम्मानित किया गया। इस आयोजन के माध्यम से 26/11 के शहीदों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए समाज में रक्तदान के महत्व को उजागर किया गया। चर्चगेट और गिरगांव चौपाटी दोनों स्थानों पर बड़ी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया। यह जन भागीदारी मुंबई की एकजुटता और ताकत का प्रतीक है।