सुप्रसिद्ध साहित्यकार डॉ. कनकलता तिवारी के नवीनतम बाल कथा संग्रह “पिंटू की पहली उड़ान” के विमोचन के साथ साहित्य, कला और संस्कृति के क्षेत्र में नवगठित संस्था “सृजन के रंग” ने अपने सृजनात्मक सफ़र की पहली उड़ान भरी। नवगठित संस्था का यह पहला गरिमापूर्ण समारोह शनिवार, 21 दिसम्बर, 2024 को नवी मुंबई के वाशी में सेक्टर नम्बर 11 स्थित समन्वय हाल में आयोजित किया गया, जिसमें पुस्तक विमोचन के अलावा सुरुचिपूर्ण कवि सम्मेलन भी आयोजित किया गया। “सृजन के रंग” संस्था द्वारा आयोजित इस समारोह की अध्यक्षता प्रमुख गज़लकार डॉ. लक्ष्मण शर्मा ‘वाहिद’ ने की। मुख्य अतिथि के रूप में मशहूर कवि एवं गीतकार देवमणि पांडेय मौजूद रहे। इन दोनों के साथ विशिष्ट अतिथियों के रूप में महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी के कार्यकारी सदस्य एवं वरिष्ठ गीतकार गजानन महतपुरकर, वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. कृपाशंकर मिश्र, वरिष्ठ पत्रकार एवं कवि प्रो. योगेंद्र यादव और वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. पूजा अलापुरिया ने अपनी वैचारिक अभिव्यक्ति, पुस्तक समीक्षा और काव्य रचनाओं से सभी को मंत्रमुग्ध किया। सभी ने बच्चों पर आधारित एक अच्छी किताब के लिए डॉ. कनकलता तिवारी को हार्दिक बधाई दी। प्रारम्भ में सभी अतिथियों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर और मॉं सरस्वती के चित्र पर पुष्प अर्पित कर समारोह का शुभारम्भ किया। डॉ. कनकलता तिवारी की सरस्वती वंदना से कवि सम्मेलन का विधिवत शुभारम्भ हुआ, जिसका सशक्त संचालन जाने-माने मंच संचालक प्रिंस ग्रोवर ने किया।
बाल कथा संग्रह “पिंटू की पहली उड़ान” का विमोचन मंच पर मौजूद सभी अतिथियों के साथ तीन बच्चों त्रेयाक्ष, नायरा शर्मा और युग शर्मा द्वारा किया गया। डॉ.कनकलता तिवारी ने अपनी इस नौवीं पुस्तक की जानकारी देते हुए कहा कि इस पुस्तक से होने वाली आमदनी गरीब बच्चों की शिक्षा में खर्च की जायेगी। वरिष्ठ कवि गजानन महतपुरकर ने विमोचित पुस्तक के विभिन्न पहलुओं पर आधारित अपनी विशेष काव्य रचना प्रस्तुत की, जिसे सभी ने खूब सराहा। इस अवसर पर आयोजित कवि सम्मेलन में जिन अन्य कवियों और कवयित्रियों ने अपनी विभिन्न रचनाऍं प्रस्तुत कीं, उनमें श्रीमती निधि शुक्ला, दयाराम दर्द, बिट्टू जैन “सना”, अनिल कुमार राही, नंदिता माजी शर्मा, अफसर दक्खिनी, प्रतिष्ठा श्याम, प्रदीप मिश्र, नरेंद्र शर्मा “खामोश”, प्रज्ञा मिश्रा, मधुबाला शुक्ला, लता तेजेश्वर, लाल बहादुर यादव “कमल”, पंडित श्रीधर मिश्र “आत्मिक”, सीमा त्रिवेदी, सूर्यजीत मौर्य, श्रीमती रागिनी, विनय शर्मा “दीप”, मीना जोशी, रंजन देवनाथ “रंज”, एडवोकेट राजीव मिश्र “मधुकर”, रीता कुशवाहा, शिवकुमार सिंह, सत्यभामा सिंह, डॉ. वर्षा महेश, अन्नपूर्णा गुप्ता “सरगम”, अमनदीप गुजराल, मीनाक्षी शर्मा “पंकज”, ईशान ग्रोवर, डॉ. कनकलता तिवारी, युवा ओजस्वी कवि राहुल सिंह “ओज”. शिव कुमार सिंह, विनय शर्मा दीप और सत्यभामा सिंह प्रमुख रूप से शामिल रहे। पुस्तक के प्रकाशक राजीव मिश्र “मधुकर” ने पुस्तक की भूमिका पर प्रकाश डाला। वाशी के “सुमी प्रोडक्शन” द्वारा लाल बहादुर यादव “कमल” को उनकी सुरीली प्रस्तुति के लिए “सर्वोत्कृष्ट कवि” का सम्मान चिन्ह श्री रंगनाथन के हाथों प्रदान किया गया। सभी अतिथियों तथा कवियों एवं कवयित्रियों को शाॅल, श्रीफल और पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया गया। मंचासीन सभी प्रमुख अतिथियों को ऐरोली शहर के समाजसेवी राम मूरत यादव ने स्वामी अड़गड़ानंद की “यथार्थ गीता” भेंट स्वरूप प्रदान की। सामाजिक कार्यकर्ता और पत्रकार राम समुझ यादव को भी शाॅल और पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर “सृजन के रंग” संस्था का बैनर भी लॉन्च किया गया, जिसमें प्रमुख रूप से डॉ. कनकलता तिवारी, बिट्टू जैन ‘सना’, सीमा त्रिवेदी, अन्नपूर्णा गुप्ता “सरगम” और नंदिता शर्मा ‘माजी’ ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। साथ में सभी आयोजन समिति के सदस्यों राहुल सिंह, अमनदीप गुजराल, मीनाक्षी शर्मा ‘पंकज’, प्रदीप मिश्र, प्रिंस ग्रोवर, दया राम दर्द, निधि शुक्ला, प्रतिष्ठा श्याम का भी सक्रिय योगदान रहा। अंत में डॉ. कनकलता तिवारी ने अपने सभी अतिथियों और समर्पित सहयोगियों को धन्यवाद दिया। इस समारोह में बड़ी संख्या में साहित्य और कला प्रेमी मौजूद रहे, जिनमें वाशी के प्रमुख समाज सेवी बाबूभाई यादव और श्रीमती हृदया ग्रोवर मुख्य रूप से शामिल हैं।